हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,शहर ,अज़ादारी अमरोहा में मोहर्रम का पहला अशरा निहायत हि अकीदत और मज़हबी जज़्बात के साथ जारी है।
कोरोना के कारण जुलूस नहीं निकल रहे हैं, बल्कि अन्य शोक समारोह चल रहे हैं।
मजलिस और मातम में कोरोना कि पूरी गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।
मरसिया और नोहे भी पढ़े जा रहे हैं पूरी गाइडलाइन के साथ
सभाओं में सीमित संख्या में शोक करने वाले शामिल होते हैं। मजलिसो में खाने-पीने का भी इंतजाम किया गया है।
मजलिसो में नोहा पढ़ने वाले और मरसिया पढ़ने वाले अपने अंदाज से मरसिया पढ़ रहे हैं।
मुख्तलिफ मौलाना अपने अंदाज में कर्बला के वाक्य को बयान करते हैं और जिसमें मोमिनीन रो रहे हैं और इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम पर गिरिया कर रहे हैं।
![हौज़ा न्यूज़ एजेंसी](/resources/theme/hawzahnews/img/footer_logo_hi.png)
समाचार कोड: 371393
16 अगस्त 2021 - 01:43
![अमरोहा, मुहर्रम के पहले दस दिनों का मज़हबी अकीदत और एहतेराम के साथ एहतेमाम امروہا](https://media.hawzahnews.com/d/2021/08/15/3/1194383.jpg)
हौज़ा/ शहर ,अज़ादारी अमरोहा में मोहर्रम का पहला अशरा निहायत हि अकीदत और मज़हबी जज़्बात के साथ जारी है।